पाकुड़ जिलें के पाकुड़िया प्रखंड़ में हुआ 50 बेड वाले अस्पताल भवन का उदघाटन!
संवाददाता- भीम कुमार साह
पाकुड़: शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पाकुड़िया में परिवार कल्याण विभाग तथा झारखंड राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में नवनिर्मित 50 बेड वाले प्री-फैब्रिकेटेड फील्ड अस्पताल भवन का भव्य उद्घाटन किया गया। मुख्य अतिथि विधायक महेशपुर प्रो. स्टीफन मरांडी, उपायुक्त मनीष कुमार, जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती जूली खिष्टमुणि हेंब्रम, उप विकास आयुक्त तथा अन्य जनप्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से फीता काटकर एवं नारियल फोड़कर भवन का शुभारंभ किया। मौके पर उपायुक्त मनीष कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी अस्पताल का निर्माण एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है, पर उससे भी बड़ी जिम्मेदारी उसका सुदृढ़ संचालन, सुव्यवस्थित सेवा- प्रवाह, और जनसहभागिता है। उन्होंने बताया कि डीएमएफटी के माध्यम से चिकित्सकों की नियुक्ति पूरी कर ली गई है। सभी प्रखंडों में पर्याप्त संख्या में डॉक्टरों की तैनाती सुनिश्चित की गई है। लैब तकनीशियन एवं अन्य तकनीकी कार्मिकों की नियुक्ति शीघ्र प्रारंभ होगी। युवाओं को कौशल प्रशिक्षण के आधार पर अस्पतालों में अवसर दिए जाएंगे। उपायुक्त ने कहा कि मरीजों को प्रदान की जाने वाली सेवा, व्यवहार एवं देखभाल ही यह तय करेगी कि जनता का विश्वास स्वास्थ्य संस्थानों के प्रति कितना मजबूत होता है। उन्होंने बताया कि आज ₹15 करोड़ से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास किया गया है तथा शिक्षा, सड़क, पेयजल, सामुदायिक भवन सहित कई परियोजनाओं को तेज गति से आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने पुनः कहा कि जिले को एक-एक कर कालाजार,फाइलेरिया एवं टीबी मुक्त बनाने की दिशा में अंतिम चरण की कार्ययोजना लागू की गई है। सेवा का अधिकार सप्ताह के दौरान प्रमाण पत्र निर्गमन की गति और बढ़ाई गई है तथा सभी प्रखंडों में लगातार कैंप आयोजित किए जा रहे हैं। मौके पर विधायक प्रो॰ स्टीफन मरांडी ने कार्यक्रम में कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 50 बेड वाले अस्पताल का उद्घाटन महेशपुर और पाकुड़िया क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक क्षण है। इस क्षेत्र की जनता बेहतर स्वास्थ्य सुविधा की प्रतीक्षा कर रही थी, जो आज पूर्ण हो रही है। उन्होंने कहा कि यह अस्पताल केवल भवन नहीं, बल्कि लाखों लोगों के स्वास्थ्य सुरक्षा कवच के रूप में विकसित होगा। पहले स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में मरीजों को बार-बार रेफ़र करना पड़ता था। यह स्थिति अब बदलेगी। सरकार ने ग्रामीण स्वास्थ्य अवसंरचना को प्राथमिकता दी है, डॉक्टरों, लैब टेक्नीशियन एवं कर्मियों की नियुक्ति से सेवा-प्रवाह और बेहतर होगा। पुरानी जर्जर संरचनाओं को दुरुस्त करने हेतु भी त्वरित कार्रवाई जारी है। विधायक ने कहा कि स्वास्थ्य व्यवस्था केवल इमारत से नहीं, बल्कि समर्पित सेवा, मानवीय व्यवहार, स्वच्छता, समय पर जांच व दवा उपलब्धता से मजबूत होती है।
इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती जूली खिष्टमुणि हेंब्रम,उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया, जिला अध्यक्ष जेएमएम अजीजुल इस्लाम, प्रखंड विकास पदाधिकारी सोमनाथ बनर्जी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।


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